हैदराबाद में विभिन्न संघों में
शांतिदूत गच्छनायक गुरुदेव का आगमन - मंगल प्रवेश तथा स्वागत
*पंजाब केसरी आचार्य विजय वल्लभ सूरि जी समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति शांतिदूत जैनाचार्य श्रीमद् विजय नित्यानंद सूरि जी म.सा* आदि ठाणा आज सुबह एल बी नगर से विहार कर पहले चैतन्यपुरी पधारे वहां श्री वासुपूज्य स्वामी जिनमंदिर में दर्शन किये । वहां से 8 km विहार कर बेगम बाजार पधारे। वहां अत्यंत प्राचीन श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ जिनमंदिर के दर्शन कर संघ को मंगलीक सुना कर वहां से फीलखाना पधारे। वहां श्री महावीर स्वामी जिनमंदिर के दर्शन किये । वहां से गोशामहल जैन संघ में पधारे।
श्रीसंघ ने समैया किया गाजते बाजते मंगल प्रवेश के उपरांत गुरुदेव ने श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ जिनमन्दिर के दर्शन किये। तत्पश्चात् प्रवचन सभा का आयोजन हुआ। प्रवचन में गुरुदेव ने फ़रमाया कि आज चौमासी चौदस का महान पर्व दिन है । पर्व प्रेरणा के प्रतीक तथा सम्यग आराधना - उपासना - साधना के विशेष अवसर होते हैं । इन प्रसंगों पर हमें सांसारिक कार्यों को गौण कर तप जप आराधना करनी चाहिए।
संघ के सदस्यों ने यहां बनने वाले शिखबद्ध जिनमंदिर हेतु आशीर्वाद और मार्गदर्शन प्राप्त किया। दिन भर स्थिरता कर शाम को विहार करते हुए गुरुदेव कोठी मंदिर पहुंचें वहां श्री आदिनाथ जिनमंदिर के दर्शन किये । वहां से पूज्यश्री विहार कर पुनः चैतन्य पूरी पधार गये और वहां चौमासी प्रतिक्रमण किया।
12 मार्च को सुबह वहां गुरु शांति मंदिर में मंगल प्रवेश हुआ । प्रवचन तथा पूजा आदि कार्यक्रम हुआ । सकल संघ के स्वामी वात्सल्य का आयोजन भी किया गया । वहां से शाम को विहार कर जिनेश्वर धाम दर्शन करते हुए हिमायत नगर पहुंचे। पीह निवासी श्री स्वरुप चंद जी कोठारी परिवार के द्वारा स्वागत किया गया और रात्रि स्थिरता भी उनके निवास स्थान पर हुई ।
13 मार्च को वहां से विहार कर सिकंदराबाद में डी वी कॉलोनी में पधारे वहां पर भी प्रवेश और वहां से कंचन बाजार स्थित जैन भवन में प्रवेश और प्रवचन हुआ । शाम को श्री रणजीत चौधरी के निवास स्थान पर प्रवेश हुआ और वही रात्रि स्थिरता हुई ।
आज 14 मार्च को सिकंदराबाद में बांठिया गार्डन में संक्रांति है। संक्रांति समारोह में श्री प्रेम- भुवनभानु सूरि समुदाय के पंन्यास श्री चंद्रशेखर विजय जी म.सा के प्रधान शिष्य आ.श्रीमद् विजय चंद्र जीत सूरि जी म.आदि ठाणा तथा स्थानकवासी श्रमण संघीय उपाध्याय श्री प्रवीण ऋषि जी महाराज आदि ठाणा भी पधारने वाले हैं।
14 शाम की स्थिरता गुरुदेव की श्री रमेश जी चौधरी के निवास स्थान पर रहेगी।
15 मार्च से सूरत गुजरात की और विहार प्रारम्भ होगा।
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