* कल्याणक तीर्थोद्धारक, शासन दिवाकर, पंजाब मार्तण्ड, गच्छाधिपति शांतिदूत जैनाचार्य श्री मद् विजय नित्यानंद सूरि जी म.सा, तप केसरी तपस्वी सम्राट आचार्य भगवन श्री मद् विजय वसंत सूरि जी म.सा आदि ठाणा 09 का 18 मार्च को जंडियाला गुरु में प्रवेश होगा। गोडवाड़ भूषण, ज्ञान प्रभाकर,स्वर्ण संत आचार्य श्रीमद् जयानन्द सूरी जी म.स. (भोले बाबा) जैतपुरा के पास हाथलाई में विराजमान है। दार्शनिक ज्योतिष सम्राट आचार्य श्री मद् विजय यशोभद्र सूरीश्वर जी म.सा आदि ठाणा श्री कावरा (छोटा उदयपुर) में विराजमान है।

Friday, 10 March 2017

*आज फाल्गुन सुदी तेरस*
शत्रुंजय गिरिराज पर *छ गाउ यात्रा का महान दिन*



यात्रा कीजे शत्रुंजय भावधारी,
होवे शत्रुंजय द्रव्य भाव अरी ।।
सत्द्रव्य, सत्कुल, सिद्धक्षेत्र, समाधि संघ वखानीय।
दुर्लभ पांच सकार ये जग में भविजन मानिये।।
सिद्धक्षेत्र अन्नति ऋद्धि भरी।। यात्रा०

पात्र पर्वत पुंडरीक अरु प्रथम जिनेसरु।
पर्व पर्युषण अरु परमेष्ठी पावन ईसारु।।
जानो दुर्लभ पांच पकार हरी।। यात्रा०

शिवपुर नदी शत्रुंजय श्रीशांति शत्रुंजय शमी।
दुर्लभ पांच शकार जानी करो धर्म न हो कमी।।
कहे वीर वीर प्रभु हरि मुख्य करी।। यात्रा०

अनन्त हुए श्री सिद्ध यहाँ पर सिद्धगिरी इस कारणे।
विमलगिरीवर विमल करता अग्रपद है तारणे।।
नमिये वारंवार प्रभु के पांव परी।। यात्रा०

तीर्थस्वामी मोक्षगामी आदि जिनवर वंदिये।
आतम लक्ष्मी हर्ष पामी कर्म कंद निकन्दीये।।
होये मुक्ति वल्लभ शिवनारी वरी।। यात्रा०



गिरिराज यात्रा गुरुराज के संघ
*स्वर्णिम स्मृति -2016*


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